Saturday, January 29, 2011

भारत बंद !

मंहगाई बढी
आंदोलन .... भारत बंद
घोटाला हुआ
आंदोलन .... भारत बंद
भ्रष्टाचार हुआ
आंदोलन .... भारत बंद
असंतोष हुआ
आंदोलन .... भारत बंद

आंदोलन .... भारत बंद
अरे भाई, ये अपना लोकतंत्र है
यहां ये सब होते रहता है
आगे भी होते रहेगा

पर ये आंदोलन ... भारत बंद
चक्काजाम, पुतला दहन
तोड-फ़ोड, आगजनी
कितनी न्यायसंगत है
शून्य, नतीजे सिफ़र
पर क्षति अपार
ऎसा कब तक चलते
व दौडते रहेगा

कोई विकल्प निकालना
ही हितकर होगा
क्या कोई विकल्प है ?
हां बिल्कुल है
जिन महाशयों की बजह से
ये स्थिति - परिस्थिति
निर्मित होती है
क्यों न हम उन्हें मृत मानकर
"दो मिनट" का "मौन" धारण कर लें !

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