Tuesday, September 13, 2011

स्वामी रामदेव जी, जय हो !

बाबा जी
आई मीन स्वामी जी
अरे यार, मेरा मतलब
स्वामी रामदेव जी, जय हो !
भ्रष्टाचार
कालाधन
विदेशी बैंक
विदेशों में जमा कालाधन
आप, धन्य हो, बाबा जी
आपने जो दम-ख़म दिखाया
सच ! वह झन्नाटेदार था !!
पर, क्या करें, आई मीन क्या कहें
कुछ खुरापातियों ने
दांव-पेंच में, उलझा कर
उलटे, आपको ही पटकनी दे दी
खैर, कोई बात नहीं !
अभी भी मौक़ा है
खुरा पातियों
पैंतरे बाजों
दांव पेंचियों
हथकंडे बाजों
शतरंज बाजों को
सबक सिखाने ...
और खोई हुई प्रतिष्ठा
पुन: स्थापित ...
बस, इस बार
एक सूत्रीय कार्यक्रम के स्थान पर
पांच सूत्रीय कार्यक्रम
प्रयोग में, अमल में लाना होगा
तब कहीं जा कर
पुराना हिसाब-किताब ...
और, शान-मान-आन
जी हाँ, स्वामी जी, आपकी
उसे -सम्मान, पुन: स्थापित कर
विजयी परचम ...
पर वो पांच सूत्रीय कार्यक्रम ... क्या ... कैसा ...
... जय हो, जय जयकार हो !!

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