Friday, October 7, 2011

एक दिन, ऐंसा भी आयेगा

एक दिन ऐंसा भी आयेगा
रावण
वादा कर
जलने से मुकर जाएगा
लड़ते लड़ते अड़ जाएगा
सामने
रावण रूपी राम को देखकर
मरने से
पीछे हट जाएगा
कह देगा, वो कह देगा
नहीं मरुंगा, नहीं मरुंगा
कलयुगी राम के हांथों से
अब मैं नहीं मरुंगा !
कैसे मैं मर जाऊं
उन हांथों से, जो खुद ही
भ्रष्ट
कपटी
पापी
दुष्ट
घुटालेबाज हुए हैं
जन गण मन जिनसे त्रस्त हुए हैं
नहीं मरुंगा, नहीं मरुंगा
एक दिन, ऐंसा भी आयेगा
रावण मरने से पीछे हट जाएगा !!

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